Hindi Poetry - "मैं बहता चला" | Poetry On Water | हिन्दी कविता
"मैं बहता चला" एक गहरे पर्यावरणीय संदेहों और समाजिक चुनौतियों के साथ जी रही नदी पर रचित कविता है, जिसे मैंने अपने शब्दों में बयान किया है। यह कविता पानी के संघर्ष, और उसके साथी वातावरण की परिणामकारी बदलती हुई धारा को आत्मसात करती है।