Hindi Poetry on Promise | Hindi Poems | वादे पर हिंदी कविता
हमने कभी न कभी किसी न किसी से कोई न कोई वादा(Promise) जरूर किया होता है। एक वादे की बहुत अहमियत होती है। हम वादे क्यों करते हैं, कोई तो वजह होगी न। अगर एक खूबसूरत नजरिए से देखें तो इस दुनिया का हर एक हिस्सा कहीं न कहीं किसी न किसी से कोई वादा किए बैठा है। जैसे आप एक नदी को ही देख लें जो हमेशा दो किनारों को जोड़ कर रखने का वादा निभाए रहती है, जैसे हवा जो दिखती तो नहीं है मगर धरती को आकाश से मिला देती है, जैसे वो नदी जो पहाड़ों को समंदर से मिला देती है उनके इतना दूर होते हुए भी, जैसे हर शाम एक नई सुबह का वादा पूरा करती है।