Hindi Poetry on Time | Hindi Poems | वक्त पर हिंदी कविता

वक्त(Time) कभी एक सा नहीं रहता। देखते देखते कब सब कुछ बदल जाता है पता ही नही चलता। एक वक्त पहले हमारे पास लोग होते हैं, दोस्त होते हैं, बातें होती हैं, हंसी ,मज़ाक, मस्ती होती है, फिर एक दिन धीरे धीरे सब बदलने लगता है, सब खत्म होने लगता है और देखते देखते एक दिन हम अकेले हो जाते हैं या कहीं और खो जाते हैं। और उस वक्त सिर्फ जो बचता है वह उस बीते वक्त की अच्छी बुरी खास बातें होती हैं।

कभी लगता है की काश ये वक्त कभी बढ़ता ही न, बदलता ही न, सब कुछ जैसा था वैसा ही रहता कितना अच्छा होता। मगर यही तो वक्त का हिसाब है हमेशा एक जैसा नहीं रह सकता। एक दिन सब बदलना ही होता है।

ये कविता(Poetry) कुछ ऐसे ही विषय पर है जो हमें ये एहसास दिलाती है की वक्त ठहर नहीं पता, एक सा नहीं रह पाता, एक दिन सब बदल जाता है।

अगर आप हिंदी कविताएं(Hindi Poetry) पढ़ने के शौकीन हैं तो मुझे पूरी उम्मीद है की वक्त पर लिखी मेरी ये कविता आपको पसंद आयेगी।


Hindi Poetry | हिंदी कविता 

"जो बचती हैं वो बस यादें होती हैं"

हमेशा सब कुछ एक जैसा नहीं रहता,

कभी बातें खत्म हो जाती हैं,

कभी भीड़ सन्नाटे में बदल जाती है,

कभी लोग चले जाते हैं,

कभी शोर को खामोशी घेर लेती है,

वक्त चलता रहता है,

हर वक्त बदलता रहता है,

एक दिन सब बदल जाता है,

जो बचती हैं वो बस यादें होती हैं।


Hindi Poetry "जो बचती हैं वो बस यादें होती हैं"

उम्मीद करती हूं आपको यह कविता पसंद आई होगी ।

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