Hindi Poetry | Poetry On Women | "एक शक्ति है, वह ताकत है"
जब हम 'नारी' की बात करते हैं, तो यह कविता हर नारी की भावनाओं को छूने का प्रयास है, क्योंकि हर नारी अपनी अद्वितीय कहानी लेकर आती है।
"एक शक्ति है, वह ताकत है," यह कविता मेरी नजर से उन सभी महान नारियों को समर्थन देती है, जो हमेशा खड़ी हैं, चाहे हालात कैसे भी हो। हमारी नारियाँ हमें हमेशा सिखाती हैं कि जीवन के हर मोड़ पर उनकी आवश्यकता है।
"वह झुकती है तो मतलब नहीं वह हारी है," इस पंक्ति में हम देखते हैं कि नारी की क्षमता का मौजूद होना किसी भी परिस्थिति में उसकी महात्मा वृत्ति को नहीं कम करता है।
"वह नारी है इसका मतलब नहीं कमज़ोर है," यह वाक्य दिखाता है कि नारी का मतलब केवल नाजुकता नहीं है, बल्कि उसमें अद्वितीय ताकत है, जो उसे आगे बढ़ने के लिए मजबूती प्रदान करती है।
चलिए मेरे साथ कविता को पूरा करते हैं और मैं आशा करती हूं कि आपको यह कविता बहुत पसंद आए।
Hindi Poetry Collection
"एक शक्ति है, वह ताकत है"
एक शक्ति है, वह ताकत है,
वह झुकती है तो मतलब नहीं वह हारी है,
कुछ रिश्तों को समेट कर रखने के लिए,
उसने सारी खुशियां वारी हैं,
इच्छाएं हैं उसकी भी छोटी सी, प्यारी सी,
कई बार जिन्हें वो दबाती है,
चुप रहती है कई बार, कई बार खुद से नाराज़गी जताती है,
वह नारी है इसका मतलब नहीं कमज़ोर है,
उसे भी खुल के जीने का हक है,
ऐसा नहीं की सारी ज़िम्मेदारी उसकी है,
कुछ जिम्मेदारी तो तुम्हारी है,
अगर वह खड़ी है हर रूप में साथ,
तो साथ देने की तुम्हारी बारी है,
वह नारी है, ताकत है,
झुकती है तो मतलब नहीं वह हारी है।
आशा करती हूं आपको यह कविता पसंद आई हो और इसी के साथ मेरा इस कविता को लिखने का उद्देश्या आपको पूर्ण रूप से स्पष्ट हो। अपने विचार मेरे साथ ज़रूर साझा करें और ऐसी ही ढेर सारी कविताएँ मेरे ब्लॉग पर पढ़ें।
Explore more such poetries at StoryBooksMania
Comments
Post a Comment