Poetries In Hindi | Collection Of Top 7 Hindi Poetries


 कुछ कविताएं बहुत खूबसूरत और दिल को छू लेने वाली होती हैं, कुछ कविताएं जब पढ़तें हैं तो ऐसा लगता है की खुद को ढूंढ लेते हैं हम उनमें, कहीं न कहीं हम उन कविताओं से जुड़ जाते हैं, कहीं न कहीं वो कविताएं वो अनकहे शब्द बन जाती हैं जो हम खुद नहीं समझ पाते।

तो आपको कुछ ऐसे ही अनकहे, खूबसूरत शब्दों से रूबरू कराने के लिए मैंने ये पोस्ट लिखी है जिसमें मेरी लिखी 7 बहुत प्यारी, दिल को छू लेने वाली कविताएं मौजूद हैं। मैं उम्मीद करती हूं की आपको ये पोस्ट पसंद आएंगी। अगर आपको ये हिंदी कविताएं पसंद आएं तो इसे अपने परिवार, दोस्तों और प्रिया लोगो के साथ जरूर साझा कीजिएगा।

अपने विचार कमेंट्स में जरूर शेयर कीजिएगा।


Hindi Poetries
1. बहुत खूबसूरत से हैं ये खयाल मन के

बहुत खूबसूरत से हैं ये खयाल मन के,

किसी ठंडी हवा के झोंके से, 

दिल को सुकून पहुंचते हैं,

मैं जब जब बनाती हूं बातें बेवजह,

वो मेरे लिए एक मीठी धुन गुनगुनाते हैं,

की बहुत खूबसूरत से हैं, ये खयाल मन के,

जब चुपचाप बैठ के हम बाते बतलाते हैं।




Hindi poetries
2.आवारा से पल हैं

आवारा से पल हैं,

आवारा आज कल हैं,

बहती नदी सा,

बह रहा ये मन है,

चंचल सा बैराग में,

खुद में लीन हो गया,

एक पंछी उड़ा आसमान में,

और पल में कहीं खो गया।




Hindi Poetries
3. क्या लिखूं

क्या लिखूं?

एक कलम, एक पन्ने की कहानी,

क्या लिखूं?

कई मौसम और रंगों के तराने,

क्या लिखूं?

ढलती शामें, या चांद की चांदनी,

क्या लिखूं?

एक दिल और एक अधूरी दास्तां,

या ना लिखूं,

क्या करूंगी लिखकर, एक कलम है और कुछ पन्ने।




4. एक पतंग 

वो बहती हवाओं के साथ उड़ी जा रही थी,

एक पतंग हवा में बही जा रही थी,

कभी डोलती सी इस डगर, कभी डोलती सी उस डगर,

वो अपनी ही धुन में कहीं जा रही थी,

चमकते बदलो के पार, आसमान में गोता लगाती,

एक पतंग बस खुद की ही धुन में उड़ी जा रही थी।





5.  बड़े मासूम से चेहरे हैं

अनसुलझी सी लगती है ये सारी दुनिया,

मासूम से चेहरे हैं, जो बेज़ार से दिखते हैं,

यूं खुद में खोए, चुपचाप से रहते हैं,

बिखरी जिनकी बातों में हर नाराजगी मिलती है,

छिड़कती सी छीटें जो आंखों से उतरती हैं,

गले से लगाकर जो खुद को चला करते हैं,

ढूंढते हैं खुद को, हर हंसी में तलाशा करते हैं,

बड़े मासूम से चेहरे हैं, जो खोए से रहते हैं,

ना जाने किस आस में खुद को तलाशा करते हैं।





6. ले चले जहां हवाएं

ले चले जहां हवाएं,

जहां रंग घड़ी घड़ी आसमान बदल ले,

बारिश की मद्धम बूंदों से,

मेरी खिड़की के शीशे ढके रहें,

वक्त रुका हो, क्या होना है कुछ न सोचना हो,

बस धीरे धीरे रेडियो पर कुछ पसंदीदा गाने बजते रहें,

धीरे धीरे ये सफ़र यूं ही चुपचाप चलता रहे।





7. तू प्यारी है इतनी क्यों

बोलती है खामोशी में, सन्नाटों के मतलब समझती है,

कभी रोना किसी बात पर, कभी बेमतलब हंसना सिखाती है,

कितने सितारे हैं आसमान में, कभी मुझे उन्हें गिनना सिखाती है,

कभी लकीरें खींचती है दिल पर, कभी दिल में समाना सिखाती है,

कभी दूर किसी दुनिया की सैर, बिना किसी फिक्र कराती है,

कभी चलती है साथ में, कभी बैठ जाती पास में,

कभी एक सा सब हो जाता है, कभी हर रंग का मतलब बताती है,

तू प्यारी है इतनी क्यों, क्यों इतना प्यार जताती है,

है कोई खास रिश्ता तेरा मेरा,

इसलिए तुझसे ही खुशी मिल जाती है,

क्या सुनाऊं तेरे बारे में,

तू जो हाथों से उतरती है ना,

तो एक तस्वीर बन जाती है।


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